रूस और यूक्रेन युद्ध


यूक्रेन में रूस के द्वारा परमाणु हमले की आशंका के कारण लोग आयोडिन की गोलियां खरीद कर स्टोर कर रहे हैं।

आईए जानते हैं इसकी क्या वजह है ।




यूरोप के सारे देशों में वहां की जनता और सरकारें पहले से ही आयोडीन की गोलियों का स्टॉक भरना शुरू कर दिया है , उधर फ़िनलैंड के बहुत सारे मेडिकल स्टोरों में इन गोलियों की कमी हो गई है । यूरोप के देशों में जिस प्रकार से आयोडीन की गोलियां की मांग बढ़ी है ऐसे में ये सवाल उठता है कि आखिर परमाणु रिसाव या हमला होने की स्थिति में लोगों को बचाने में ये गोलियां कितनी कारगर साबित हो सकती हैं ?


यूक्रेन में रूस के द्वारा परमाणु हमला किए जाने के डर के कारण यहां की जनता बहुत अधिक मात्रा में आयोडीन की गोलियां खरीद कर स्टोर कर रहे हैं , ये जानकारी यूक्रेन के कीव में दवा दुकानदारों के हवाले से द न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए गए एक इन्टरव्यू से सामने आया कि यहां पर रोजाना ग्राहक आयोडीन की गोलियों की तलाश में आ रहे हैं ।



पिछले हफ्ते ही कीव सिटी काउंसिल ने घोषणा की थी कि अगर कोई परमाणु त्रासदी होती है कि डॉक्टरों की सलाह के आधार पर लोगों को पोटेशियम आयोडाइड की गोलियां वितरित की जाएंगी ।इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि ये गोलियां शहर की दवा दुकानों में भी उपलब्ध रहेंगी।

 




आयोडिन की कमी को देखते हुए , इन देशों के स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सलाह दी है कि आपात स्थिति में ही लोगों को केवल एक खुराक खरीदनी चाहिए ।


यूरोपीय देशों में आयोडीन की गोलियां की बढ़ी मांग के बीच सवाल उठता है कि आखिर परमाणु रिसाव या हमला होने पर लोगों को बचाने में ये गोलियां कितनी कारगर साबित होंगी ? 

दरअसल पोटेशियम आयोडाइड या KI एक प्रकार के परमाणु जोखिम के खिलाफ खास सुरक्षा प्रदान करता है दरअसल किसी परमाणु दुर्घटना में वातावरण में बड़ी मात्रा में रेडियोधर्मी आयोडीन उत्सर्जित होता है ऐसी स्थिति में आयोडिन की गोलियां गर्दन में मौजूद हार्मोन-उत्पादक ग्रंथि थायराइड को ये रेडियोधर्मी आयोडीन लेने से रोकती हैं ।


ये रेडियोधर्मी पदार्थ सांस लेने या दूषित भोजन के जरिये अगर शरीर में प्रवेश करता है तो थाइरोइड कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है । विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह बच्चों के लिए खास तौर से खतरनाक है और इसके स्वास्थ्य जोखिम कई वर्षों बाद तक रह सकते हैं ।


आयोडीन की गोलियां थायरॉयड को आयोडीन के एक स्थिर संस्करण से भर देती हैं, जिससे रेडियोधर्मी आयोडीन अंदर नहीं जा पाता । अगर थायरॉयड पहले से ही पोटेशियम आयोडाइड से भरा हुआ है तो यह हानिकारक आयोडीन को नहीं ले पाएगा जो किसी परमाणु दुर्घटना के बाद वातावरण में बचा रह जाता है ।



ये गोलियां बेहद सस्ती हैं और दुनिया भर में आसानी से उपलब्ध हैं , अमेरिका सहित कई देशों में इनका भंडार है ।


हालांकि यहां गौर करने वाली यह है कि पोटेशियम आयोडाइड किसी अन्य प्रकार के रेडियोधर्मी खतरों से रक्षा नहीं करता है ।

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